Sunday, April 24, 2016

एनिमल फार्म - 7


साभार गुगल



उसका कहना था, ‘रिबन को वस्त्रि माना जाना चाहिए, ये मनुष्य जाति की निशानियाँ हैं। सभी पशुओं को नंगा रहना चाहिए।’
जब बॉक्सर ने यह सुना तो वह लपक कर घास-फूस का बना अपना नन्हा हैट ले आया और इसे भी बाकी चीजों के साथ-साथ आग में झोंक दिया। इस हैट को लगा कर वह गर्मियों में मक्खियों से अपने कान बचाता था।
कुछ ही क्षणों में पशुओं ने वे सारी चीजें नष्ट कर दीं जो उन्हें मिस्टर जोंस की याद दिलाती थीं। नेपोलियन तब सबको ले कर भंडार घर में गया और सबको मकई का डबल राशन दिया। कुत्तों को दो-दो बिस्किट मिले। इसके बाद उन्होंने शुरू से आखिर तक लगातार सात बार ‘इंग्लैंड के पशु’ वाला गीत गाया और फिर सब सोने चले गए। आज जैसी नींद उन्हें इससे पहले कभी नहीं आई थी।
लेकिन अगली भोर वे हमेशा की तरह उठे। उन्हें अचानक अपने जीवन में घटी इस शानदार घटना की याद आई। वे सब चरागाह की तरफ लपके। चरागाह से थोड़ा-सा ही आगे एक टेकरी थी जिससे लगभग पूरे बाड़े का नजारा दिखाई देता था। सभी पशु इस टेकरी पर चढ़ गए और प्रभात वेला की साफ रोशनी में चारों तरफ निहारने लगे। हाँ, यह अब अपना है। जहाँ तक नजर जाती है, वहाँ तक सब कुछ अपना है। इस विचार से भावविभोर हो कर वे गोल-गोल घूमने लगे। आनंद और उल्लास के मारे हवा में खुद को उछालने लगे। कुलाँचे भरने लगे। ओस से भीगी जमीन पर लोटने लगे। उन्होंने गर्मी की मीठी घास को मुँह भर कर खाया।
उन्होंने काली मिट्‌टी को हवा में उछाले और उसकी मदमस्त गंध को अपने फेफड़ों में भरा। इसके बाद उन्होंने पूरे बाड़े का निरीक्षण करने की नीयत से दौरा किया और कृषि योग्य जमीन, घास के मैदान, फलोद्यान, तलैया, झुरमुट का मूक सराहना के साथ मुआयना किया। ऐसा लगता था कि इन चीजों को उन्होंने पहले कभी नहीं देखा था। अब भी उन्हें जैसे विश्वास नहीं हो रहा था, यह सब कुछ उनका अपना है।
इसके बाद वे पंक्तिबद्ध हो कर बाड़े की इमारतों की तरफ वापस आए और फार्म हाउस के दरवाजे पर आ कर चुपचाप खड़े हो गए। यह भी अब उनका था, लेकिन वे भीतर जाने से डर रहे थे। अलबत्ता, कुछ क्षणों के बाद स्नोबॉल और नेपोलियन ने अपने कंधों से धकेल कर दरवाजा खोल दिया और पशु इकहरी पंक्ति बना कर भीतर आ गए। वे चलते समय इतने सजग थे कि कहीं कोई चीज अस्त-व्यस्त न हो जाए। वे एक कमरे से दूसरे कमरे में पंजों के बल चलते रहे। वे फुसफुसाहट से ज्यादा ऊँची आवाज में बात करने से भी डर रहे थे। वे अविश्वसनीय विलासिता, पंखवाले गुदगुदे गद्देदार बिस्तर, दर्पण, घोड़ों के बाल से बने सोफे, ब्रुसेल्स का कालीन, ड्राइंगरूम में तिपाई पर रखी रानी विक्टोरिया की तस्वीर, इन सारी चीजों को विस्मय से निहार रहे थे। वे अभी सीढ़ियों से नीचे उतर ही रहे थे कि पता चला कि मौली गायब है। वापस जा कर उन्होंने पाया कि वह सबसे अच्छेवाले बेडरूम में ही रुकी रह गई थी। उसने मिसेज जोंस की श्रृंगार की मेज से एक नीला रिबन उठा लिया था और उसे अपने कंधे के सामने थामे खुद को शीशे में बहुत फूहड़ तरीके से निहार रही थी। दूसरे पशुओं ने उसे कड़ाई से झिड़का और बाहर चले आए। रसोई में छींके पर सूअर का कुछ सूखा माँस टँगा हुआ था। उसे बाहर ला कर जमीन में गाड़ दिया गया। रसोई के कोठे में बीयर के पीपे को बौक्सर की एड़ी की ठोकर से लुढ़का दिया गया। इसके अलावा किसी चीज को हाथ भी नहीं लगाया गया। हाथों-हाथ बहुमत से यह संकल्प ले लिया गया कि फार्म हाउस को संग्रहालय के रूप में सुरक्षित रखा जाए। सब इस बात से सहमत हो गए कि कभी भी कोई भी पशु इसमें नहीं रहेगा।
पशुओं ने नाश्ता किया। फिर स्नोबॉल और नेपोलियन ने सबको दोबारा बुलवाया। 
'साथियो,' स्नोबॉल ने कहा, 'अभी साढ़े छह बजे हैं और हमारे सामने पूरा दिन पड़ा है। आज हम सूखी घास की फसल काटना शुरू करते हैं। लेकिन इससे पहले एक और मामला है, जिसे हमें पहले सलटाना है।'
अब सूअरों ने रहस्योद्घाटन किया कि पिछले तीन महीनों के दौरान उन्होंने कूड़े के ढेर में मिली जोंस के बच्चों की अक्षर ज्ञान की एक किताब में से पढ़ना और लिखना सीख लिया है। नेपोलियन ने काले और सफेद रंग-रोगन के डिब्बे मँगवाए और सबको मुख्य सड़क की तरफ पाँच सलाखोंवाले गेट की तरफ ले चला। फिर स्नोबॉल ने (उसकी हस्तलिपि अच्छी थी) अपने पैर की दो गाँठों के बीच कूची थामी और गेट की ऊपरवाली पट्टी से मैनर फार्म पर रंग फेर कर उसे मिटा दिया और उसकी जगह पशुबाड़ा पेंट कर दिया। अब से इस बाड़े का यही नाम रखा जाना था। इसके बाद वे बाड़े की इमारतों की तरफ वापस लौटे। वहाँ स्नोबॉल और नेपोलियन ने एक सीढ़ी मँगवाई। इसे उन्होंने बड़े बखार की आखिरी दीवार के साथ सटा कर खड़ा कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि पिछले तीन महीनों के अध्ययन से वे पशुवाद के सिद्धांतों को सात धर्मादेशों में ढाल पाने में सफल हो सके हैं। अब इन सात धर्मादेशों को दीवार पर अंकित किया जाएगा। ये धर्मादेश कभी न बदलनेवाले कानून होंगे और बाड़े के सभी पशुओं को मरते दम तक इनका पालन करना होगा। थोड़ी-सी मुश्किल के बाद (आखिर एक सूअर के लिए सीढ़ी पर संतुलन बनाए रखना आसान नहीं होता) स्नोबॉल सीढ़ी पर चढ़ गया और काम शुरू कर दिया। स्क्वीलर दो-तीन पाए नीचे खड़ा रंग का डिब्बा थामे रहा। दीवार पर बड़े-बड़े सफेद अक्षरों में धर्मादेश लिख दिए गए। इन्हें तीस गज की दूरी से भी पढ़ा जा सकता था। 
सात धर्मादेश

1- जो भी दो पैरों पर चलता है, वह शत्रु है।
2- जो भी चार पैरों पर चलता है, या जिसके पंख हैं, वह मित्र है।
3- कोई भी पशु कपड़े नही पहनेगा।
4- कोई भी पशु शराब नहीं पिएगा।
5- कोई भी पशु किसी दूसरे पशु को नहीं मारेगा।
6- कोई भी पशु बिस्तर पर नहीं सोऐगा।
7- सभी पशु बराबर हैं।

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